नीमच/प्रतापगढ़: जिला नीमच पुलिस ने अंतर-राज्यीय कार्रवाई करते हुए एक बड़ी और शानदार सफलता (20K Reward Fugitive Arrested) हासिल की है। पड़ोसी राज्य राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले के पुलिस थाना छोटी सादड़ी से जुड़े एक दुर्दांत अपराधी को गिरफ्तार किया गया है, जिस पर ₹20,000 का नकद ईनाम घोषित था। जिसका नाम अनिल कछावा पिता कालु बंजारा, निवासी लक्ष्मीपुरा, थाना जीरन है, जो नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंसेस (NDPS) एक्ट के गंभीर मामलों में लंबे समय से फरार चल रहा था।
नीमच पुलिस अधीक्षक (SP) श्री अंकित जायसवाल के कड़े निर्देश और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) श्री नवलसिंह सिसौदिया के कुशल मार्गदर्शन में, विशेष पुलिस टीम ने त्वरित और तकनीकी रूप से सटीक कार्रवाई करते हुए इस मोस्ट वांटेड को धर दबोचा। इस गिरफ्तारी से NDPS Act के नेटवर्क को एक बड़ा झटका लगा है और नीमच पुलिस की दक्षता साबित हुई है।
₹20K Reward Fugitive Arrested पर गंभीर आरोपों की लंबी सूची
गिरफ्तार ₹20K Reward Fugitive Arrested अनिल कछावा राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले के पुलिस थाना छोटी सादड़ी में अपराध क्रमांक 93/2023 के तहत वांछित था। इस अपराधी पर केवल NDPS एक्ट की धाराएं 8/15 (पॉपी स्ट्रॉ/गांजा से संबंधित), 18 (अफीम से संबंधित), 25 (परिसर का उपयोग करने देना) और 29 (आपराधिक षड्यंत्र) ही नहीं लगी थीं, बल्कि भारतीय दंड संहिता (IPC) की अत्यंत गंभीर धाराएं जैसे 307 (हत्या का प्रयास), 353 (लोक सेवक पर हमला), 420 (धोखाधड़ी), और 471 (जाली दस्तावेज का उपयोग) भी शामिल थीं।
यह दर्शाता है कि अनिल कछावा केवल मादक पदार्थों की तस्करी तक ही सीमित नहीं था, बल्कि उसने कानूनी प्रक्रिया से बचने के लिए जालसाजी की और पुलिस कार्रवाई के दौरान हिंसक कृत्यों में भी शामिल रहा। ₹20,000 के ईनाम की घोषणा प्रतापगढ़ पुलिस द्वारा की गई थी, जिसने नीमच पुलिस अधीक्षक को इसकी गिरफ्तारी में सहायता के लिए विशेष रूप से अनुरोध किया था।
₹20K Reward Fugitive Arrested: नीमच पुलिस की विशेष रणनीति और साइबर सेल का एक्शन
फरार अपराधियों, खासकर ₹20K Reward Fugitive Arrested जैसे हाई-वैल्यू लक्ष्यों, को पकड़ने के लिए एसपी नीमच ने एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया। इस टीम ने सायबर सेल टीम की विशेषज्ञता का पूरा उपयोग किया। टीम ने अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया और अत्याधुनिक तकनीकी अनुसंधान (टेक्निकल सर्विलांस) के माध्यम से अनिल कछावा की लोकेशन और आवाजाही पर गहनता से निगरानी रखी।
पुलिस ने यह सुनिश्चित किया कि अपराधी को बिना किसी बड़े टकराव के पकड़ा जाए, जिसके लिए एक सुनियोजित जाल बिछाया गया। इस रणनीति की सफलता में तकनीकी साक्ष्यों ने निर्णायक भूमिका निभाई, जिसने NDPS Most Wanted अनिल कछावा के संभावित ठिकाने की सटीक पहचान की।
धानुका फेक्ट्री, रावतखेड़ा से हुई नाटकीय गिरफ्तारी
गहन प्रयास के बाद, दिनांक 05.12.2025 को पुलिस की विशेष टीम को विश्वसनीय सूचना मिली कि ₹20K Reward Fugitive Arrested अनिल कछावा, धानुका फेक्ट्री, रावतखेड़ा (जीरन थाना क्षेत्र) के पास मौजूद है।
सूचना मिलते ही, टीम ने त्वरित और पेशेवर कार्रवाई की। बिना कोई मौका गंवाए, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी को सफलतापूर्वक दबोच लिया। इस गिरफ्तारी से NDPS Act के तहत वांछित एक प्रमुख अपराधी कानून के शिकंजे में आ गया। गिरफ्तारी के बाद, आरोपी को पुलिस थाना जीरन के माध्यम से आवश्यक कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद पुलिस थाना छोटी सादड़ी, जिला प्रतापगढ़ (राजस्थान) की पुलिस को सौंप दिया गया। अंतर-राज्यीय गिरफ्तारी की प्रक्रिया में यह एक सराहनीय कदम है, जिसमें स्थानीय पुलिस को सूचित कर सहयोग लिया गया।
सराहनीय कार्य में शामिल अधिकारी (The Catching Team)
इस दबंग कार्रवाई और ₹20K Reward Fugitive Arrested की गिरफ्तारी में नीमच पुलिस के निम्नलिखित अधिकारियों और जवानों का असाधारण योगदान रहा:
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निरीक्षक उमेश यादव, थाना प्रभारी जीरन (ऑपरेशन लीड)
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प्रधान आरक्षक सौरभ सिंह सेंगर
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सायबर सेल नीमच टीम: प्रधान आरक्षक प्रदीप शिंदें (तकनीकी विशेषज्ञ), प्रधान आरक्षक आदित्य गौड़, आरक्षक लखनप्रतापसिंह, आरक्षक कुलदीपसिंह
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पुलिस थाना नीमच सिटी से: आरक्षक लक्की शुक्ला
इन अधिकारियों की त्वरित, संयुक्त और तकनीकी रूप से सक्षम कार्रवाई ने सुनिश्चित किया कि यह ₹20,000 का इनामी अपराधी कानून के हाथों से बच न पाए।
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