नीमच/मनासा (द टाइम्स ऑफ एमपी एक्सक्यूलसिव रिपोर्ट) | पीएमश्री स्कूल (PM SHRI School) कुंडला में छात्रा के बेहोश होने के मामले में स्कूल प्रबंधन की ‘लीपापोती’ और ‘संवेदनहीनता’ का पर्दाफाश हो गया है। जिस घटना को शिक्षक ‘बीमारी और चक्कर’ बताकर पल्ला झाड़ रहे थे, उसकी सच्चाई खुद पीड़ित छात्रा ने अस्पताल के बिस्तर से बयां कर दी है। छात्रा रचना मेघवाल ने अधिकारियों को दिए बयान में साफ कहा है- “मुझे बॉल ही लगी थी, जिसके बाद चक्कर आए।”
इस खुलासे के बाद जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) ने भी स्कूल की लापरवाही मानी है और प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस (Show Cause Notice) थमाने का आदेश दे दिया है।
‘बॉल थ्योरी’ पर लगी मुहर, छात्रा का बयान शिक्षकों के मुंह पर तमाचा : बुधवार को विकासखंड शिक्षा अधिकारी (BEO) बी.एल. जावरिया ने जिला अस्पताल पहुंचकर छात्रा के बयान दर्ज किए। छात्रा ने स्पष्ट किया कि उसे क्रिकेट की बॉल लगी थी, जिसके कारण वह बेहोश हुई। यह बयान उन शिक्षकों के दावों की धज्जियां उड़ाने के लिए काफी है, जो इसे सिर्फ ‘चक्कर आना’ बता रहे थे। BEO जावरिया ने बताया, “बालिका अब पूरी तरह स्वस्थ है और उसे आज (बुधवार) डिस्चार्ज किया जा रहा है। उसने कल से स्कूल जाने की इच्छा भी जताई है।” (हालांकि, बीईओ ने मानवता दिखाते हुए पालकों को अपनी सरकारी गाड़ी से घर छोड़ने की पेशकश की, जिसे नाराज परिजनों ने ठुकरा दिया।)
DEO ने मानी स्कूल की गंभीर गलती: ‘पालकों को सूचना तक नहीं दी’ जिले के सबसे बड़े शिक्षा अधिकारी, डीईओ सुजानमल मांगरिया ने भी स्वीकार किया कि स्कूल प्रबंधन ने घोर लापरवाही की है। डीईओ ने हमारे संवादाता को बताया, “जांच में यह सामने आया है कि स्कूल स्टाफ ने पालकों को खबर तक नहीं की। उन्हें गांव वालों से पता चला। यह बर्दाश्त के बाहर है। मैं प्राचार्य को नोटिस जारी कर रहा हूं। अगर जवाब संतोषजनक नहीं मिला तो दोषियों पर गाज गिरना तय है।”
पिता का फूटा गुस्सा: “इंसानियत मर चुकी है क्या?” छात्रा के पिता श्यामलाल मेघवाल का गुस्सा सातवें आसमान पर है। उनका कहना है कि स्कूल का रवैया ‘अमानवीय’ है। पिता ने कहा, “मेरी बच्ची 24 घंटे जिंदगी और मौत से लड़ रही थी, लेकिन स्कूल का एक भी स्टाफ देखने नहीं आया। फोन करना तो दूर की बात है। मुझे गांव वालों ने बताया तब मैं पागलों की तरह दौड़ा। क्या उन्होंने मेरी बच्ची को मरने के लिए छोड़ दिया था ?”
एक और बड़ा खुलासा: 4 दिन पहले भी गिरी थी छात्रा? पिता ने एक और सनसनीखेज आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, “अब स्कूल वाले सफाई दे रहे हैं कि रचना 4 दिन पहले भी स्कूल में चक्कर खाकर गिरी थी। अगर ऐसा था, तो मुझे तब क्यों नहीं बताया? यह स्कूल है या कोई छिपाने का अड्डा? मैं बेटी के पूरी तरह ठीक होने के बाद इन लापरवाहों के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ूंगा।”
फिलहाल छात्रा को डिस्चार्ज किया जा रहा है , लेकिन सवाल वही है- क्या पीएमश्री का ठप्पा लग जाने से स्कूल अपनी जिम्मेदारियों से मुक्त हो जाता है?






















