पटना। बिहार की चुनावी रणभूमि से आए नतीजों ने सभी राजनीतिक पंडितों को चौंका दिया है। 243 सीटों वाली विधानसभा के रुझानों में, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने क्लीन स्वीप करते हुए ऐतिहासिक प्रदर्शन किया है। अंतिम रुझानों के अनुसार, NDA ने 208 सीटों पर भारी बढ़त बनाकर सत्ता पर अपना कब्ज़ा फिर से स्थापित कर लिया है। यह प्रदर्शन 2020 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले NDA को 65 से अधिक सीटों का जबरदस्त फायदा दे रहा है।
सत्ता का समीकरण: JDU और BJP की नई ताक़त
NDA की इस शानदार जीत में दोनों प्रमुख दलों—भारतीय जनता पार्टी (BJP) और जनता दल (यूनाइटेड) (JDU)—ने अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है।
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BJP सबसे बड़ी पार्टी: भारतीय जनता पार्टी (BJP) 95 सीटों पर बढ़त के साथ गठबंधन में सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है। यह प्रदर्शन बिहार में पार्टी के बढ़ते जनाधार का स्पष्ट संकेत है।
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नीतीश कुमार का दसवां कार्यकाल? पिछली बार महज 43 सीटों पर सिमटी JDU ने इस बार 75+ सीटों पर बढ़त हासिल करके दमदार वापसी की है। इस शानदार वापसी से यह लगभग तय है कि नीतीश कुमार रिकॉर्ड 10वीं बार राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। हालांकि, JDU के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर पहले “नीतीश मुख्यमंत्री थे, हैं और रहेंगे” पोस्ट कर 20 मिनट बाद डिलीट करना भी चर्चा का विषय बना रहा।
महागठबंधन: निराशा और सबक
महागठबंधन को इस चुनाव में भारी नुकसान उठाना पड़ा है और वह केवल 28 सीटों पर सिमटता दिख रहा है। यह पिछले चुनाव के मुकाबले लगभग इतनी ही सीटों का नुकसान है।
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RJD की सीमित बढ़त: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) महागठबंधन में 24 सीटों पर लीड लिए हुए है। हालांकि, यह आंकड़ा पार्टी की उम्मीदों से काफी कम है।
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कांग्रेस का सबसे खराब प्रदर्शन: 61 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस पार्टी सिर्फ 4 सीटों पर आगे चल रही है, जो महागठबंधन की हार का एक बड़ा कारण है।
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अन्य दलों का हाल: 28 सीटों पर लड़ रही लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) 21 सीटों पर लीड कर रही है। वहीं, 243 सीटों पर लड़ रही प्रशांत किशोर की ‘जन सुराज’ और मुकेश सहनी की पार्टियों का खाता खुलता नहीं दिख रहा है। निर्दलीय समेत अन्य 5 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं।
बड़े चेहरों को झटका और नई उम्मीदें
कई दिग्गज नेताओं के लिए यह चुनाव अप्रत्याशित साबित हुआ है।
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तेजस्वी-तेजप्रताप पीछे: RJD के प्रमुख नेता तेजस्वी यादव राघोपुर से पीछे चल रहे हैं, जबकि उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव भी महुआ सीट से पीछे हैं, जिससे उनके लिए सीट बचाना मुश्किल दिख रहा है।
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कलाकारों का चुनावी गणित: बाहुबली और RJD प्रत्याशी रीतलाल यादव दानापुर से और भोजपुरी एक्टर खेसारी लाल छपरा से पीछे चल रहे हैं। वहीं, भोजपुरी सिंगर और भाजपा प्रत्याशी मैथिली ठाकुर अलीनगर से आगे चल रही हैं।
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अन्य प्रमुख नाम: रघुनाथपुर से RJD के ओसामा शहाब और सरायरंजन से JDU के विजय चौधरी अपनी-अपनी सीटों पर निर्णायक बढ़त बनाए हुए हैं। तारापुर से सम्राट चौधरी लीड कर रहे हैं, जबकि पवन सिंह की पत्नी काराकाट से लगातार पीछे चल रही हैं।
NDA के लिए यह एक बड़ी सफलता है कि उसके सभी 29 मौजूदा मंत्रियों ने अपनी-अपनी सीटों पर बढ़त बना ली है।
रिकॉर्ड मतदान और आगे की रणनीति
इस बार बिहार में दो चरणों में हुई वोटिंग में 67.10% का नया रिकॉर्ड दर्ज किया गया, जो 2020 विधानसभा चुनाव से लगभग 10% अधिक है। जनादेश साफ होने के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम 6 बजे दिल्ली में बीजेपी दफ्तर जाएंगे, जहां जीत का जश्न मनाया जाएगा और आगे की रणनीति पर चर्चा होगी।






















