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जयपुर रेलवे स्टेशन से बच्चा किडनैप: मां को आई झपकी और उजड़ गई गोद, 16 घंटे के ‘ऑपरेशन तलाश’ के बाद ऐसे मिली सफलता

जयपुर रेलवे स्टेशन से बच्चा किडनैप

जयपुर, (विशेष संवाददाता)। राजधानी जयपुर में सुरक्षा के दावों के बीच एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था और आमजन की सतर्कता दोनों पर सवाल खड़े कर दिए। सांगानेर रेलवे स्टेशन के बाहर से एक 3 महीने के मासूम का अपहरण कर लिया गया। हालांकि, जयपुर जीआरपी (राजकीय रेलवे पुलिस) ने तत्परता दिखाते हुए महज 16 घंटे के भीतर इस जयपुर रेलवे स्टेशन से बच्चा किडनैप मामले की गुत्थी को सुलझा लिया और बच्चे को सुरक्षित उसकी मां की गोद में लौटा दिया।

मां की एक झपकी और गायब हुआ जिगर का टुकड़ा

जयपुर रेलवे स्टेशन से बच्चा किडनैप होने की यह घटना शनिवार शाम की है, जब एक मां की चंद मिनटों की नींद उस पर भारी पड़ गई। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, टोंक जिले की रहने वाली पीड़ित राधा धोबी (28) अपने पति याकूब खान और दो बच्चों के साथ जयपुर में रहती है। याकूब कैटरिंग का काम करता है, जिसके चलते परिवार की आर्थिक स्थिति सामान्य है। राधा अक्सर अपने 5 साल के बेटे और 3 महीने के दुधमुंहे बच्चे के साथ सांगानेर रेलवे स्टेशन के बाहर ही सो जाती थी।

29 नवंबर की शाम करीब 7 बजे राधा अपने दोनों बच्चों के साथ स्टेशन के बाहर बैठी थी। दिनभर की थकान के कारण उसकी आंख लग गई। करीब 10 मिनट बाद जब वह हड़बड़ा कर उठी, तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। उसका 3 महीने का बेटा वहां मौजूद नहीं था। बच्चे ने गुलाबी और सफेद रंग के ऊनी कपड़े और टोपा पहना हुआ था। बदहवास मां ने स्टेशन परिसर में शोर मचाया, लेकिन जयपुर रेलवे स्टेशन से बच्चा किडनैप हो चुका था।

पुलिस का ‘ऑपरेशन तलाश’: 16 घंटे की कड़ी मशक्कत

मामले की सूचना मिलते ही जीआरपी थाना पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। जयपुर रेलवे स्टेशन से बच्चा किडनैप जैसे संवेदनशील मामले को देखते हुए सीओ (जीआरपी जयपुर) नरेंद्र सिंह ने तुरंत कमान संभाली। थानाधिकारी अरुण चौधरी के नेतृत्व में विशेष टीमों का गठन किया गया। पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती बच्चे को शहर से बाहर जाने से रोकने की थी।

सीओ नरेंद्र सिंह ने बताया, “मामला बेहद गंभीर था क्योंकि बच्चा बहुत छोटा था। हमने तुरंत एक रणनीति बनाई और तकनीकी साक्ष्य जुटाने शुरू किए। हमारी टीमों ने सांगानेर स्टेशन और उसके आसपास के करीब 2-3 किलोमीटर के दायरे में लगे हर छोटे-बड़े सीसीटीवी कैमरे को खंगालना शुरू किया।”

CCTV फुटेज में कैद हुआ आरोपी

जांच के दौरान पुलिस को एक अहम सुराग हाथ लगा। स्टेशन के पास एक दुकान के सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध व्यक्ति बच्चे को गोद में लेकर तेजी से जाता हुआ दिखाई दिया। जयपुर रेलवे स्टेशन से बच्चा किडनैप करने के बाद आरोपी बच्चे को छिपाने की कोशिश नहीं कर रहा था, बल्कि उसे सामान्य रूप से गोद में लेकर जा रहा था। इस फुटेज ने पुलिस को जांच की एक निश्चित दिशा दी।पुलिस ने आसपास के होटलों, ढाबों और रिहायशी मकानों के कैमरों की रिकॉर्डिंग चेक की। कड़ियों को जोड़ते हुए पुलिस को पता चला कि आरोपी मुहाना इलाके की तरफ गया है। यह सुराग पुलिस के लिए ‘ब्रेकथ्रू’ साबित हुआ।

नशे में धुत आरोपी मुहाना से गिरफ्तार

मुखबिर तंत्र और तकनीकी सर्विलांस की मदद से पुलिस की टीम रविवार सुबह करीब 11 बजे मुहाना इलाके में पहुंची। वहां एक इनपुट के आधार पर दबिश दी गई, जहां से बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया गया। मौके से आरोपी आकाश बैरवा को गिरफ्तार किया गया। पुलिस की इस कार्रवाई की तारीफ पूरे विभाग में हो रही है | 

पूछताछ में सामने आया कि आरोपी आकाश बैरवा मुहाना के पास कापवाड़ा, श्याम नगर का रहने वाला है। वह मूल रूप से निवाई (टोंक) का निवासी है और ट्रेन से सांगानेर आया था। पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि आरोपी आदतन अपराधी नहीं है, लेकिन जयपुर रेलवे स्टेशन से बच्चा किडनैप करने की घटना के वक्त वह नशे की हालत में था। नशे में ही उसने स्टेशन के बाहर सो रहे बच्चे को देखा और उसे उठा लिया। वह बच्चे को लेकर अपने घर चला गया था।

खुशियों से भर गई मां की गोद

16 घंटे के तनावपूर्ण माहौल के बाद जब पुलिस ने बच्चे को राधा के हवाले किया, तो दृश्य भावुक कर देने वाला था। मां ने अपने बच्चे को सीने से लगा लिया और पुलिस टीम का धन्यवाद किया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी के खिलाफ अपहरण की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है।

इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि सार्वजनिक स्थानों पर, विशेषकर रेलवे स्टेशनों और बस स्टैंडों पर बच्चों के प्रति थोड़ी सी भी लापरवाही कितनी भारी पड़ सकती है। जयपुर रेलवे स्टेशन से बच्चा किडनैप होने की यह घटना सभी अभिभावकों के लिए एक सबक भी है। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे संदिग्ध व्यक्तियों की सूचना तुरंत 100 या 112 नंबर पर दें।


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Aakash Sharma (Editor) The Times of MP

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