कोटा (द टाइम्स ऑफ एमपी) : राजस्थान की शिक्षा नगरी कोटा में रविवार की सुबह धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली एक बड़ी घटना सामने आई। शहर के गुमानपुरा थाना क्षेत्र में कोटा के शिव मंदिर में तोड़फोड़ की खबर ने पूरे इलाके में तनाव पैदा कर दिया। असामाजिक तत्वों ने न केवल शिव परिवार की मूर्तियों को खंडित किया, बल्कि भगवान की पोशाकों को भी जला दिया। इस घटना के बाद हिंदू संगठनों ने भारी विरोध प्रदर्शन किया।
कोटा के शिव मंदिर में तोड़फोड़ का यह मामला शॉपिंग सेंटर इलाके के पिपलेश्वर महादेव मंदिर का है। पुलिस प्रशासन ने स्थिति को संभालने की कोशिश की, लेकिन आक्रोशित भीड़ और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हो गई।
सुबह का मंजर देख दहल गया दिल
घटना का पता तब चला जब सुबह करीब 6 बजे पुजारी मंदिर पहुंचे। उन्होंने देखा कि मंदिर परिसर में शिवलिंग, माता पार्वती और गणेश जी की मूर्तियां टूटी हुई थीं। कोटा के शिव मंदिर में तोड़फोड़ करने वालों ने मंदिर की पवित्रता भंग करते हुए वहां आगजनी भी की थी। यह दृश्य देखकर स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।
सड़कों पर उतरा जनसैलाब, पुलिस से झड़प

मंदिर के सामने सड़क पर धरने पर बैठे बजरंग दल के कार्यकर्ता
घटना की जानकारी मिलते ही हिंदू संगठन और व्यापारी सड़कों पर उतर आए। वे कोटा के शिव मंदिर में तोड़फोड़ करने वाले आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। दोपहर 2 बजे बाजार बंद कराने के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। पुलिस द्वारा 48 घंटे में कार्रवाई के लिखित आश्वासन के बाद धरना समाप्त किया गया।
बुजुर्ग महिला का प्रण: ‘जब तक न्याय नहीं, अन्न-जल नहीं’

पूजा करने आई बुजुर्ग महिला मंदिर की हालत देखकर रोने लगीं।
इस पूरे विरोध प्रदर्शन के बीच एक दृश्य ने सभी को भावुक कर दिया। मंदिर में पिछले कई दशकों से नियमित दर्शन करने वाली बुजुर्ग महिला, संतोष शर्मा, भगवान की यह दुर्दशा देख फूट-फूट कर रोने लगीं। उनकी रुलाई ने वहां मौजूद पुलिस अधिकारियों और नेताओं को भी सोचने पर मजबूर कर दिया।
संतोष शर्मा ने मौके पर ही एक कठोर प्रतिज्ञा ले ली। उन्होंने एलान किया कि जब तक कोटा के शिव मंदिर में तोड़फोड़ करने वाले आरोपी को पुलिस गिरफ्तार नहीं करती और उसे कड़ी सजा नहीं मिलती, तब तक वे अन्न और जल ग्रहण नहीं करेंगी। एक बुजुर्ग महिला द्वारा लिया गया यह प्रण अब प्रशासन के लिए गले की फांस बन गया है, क्योंकि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो जनभावनाएं और उग्र हो सकती हैं।
सीसीटीवी में कैद हुआ संदिग्ध, विधायक ने उठाए सवाल
पुलिस ने जब जांच शुरू की और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला, तो अलसुबह करीब 3:45 बजे एक संदिग्ध व्यक्ति मंदिर के आसपास संदिग्ध अवस्था में घूमता हुआ नजर आया। स्थानीय लोगों और कोटा दक्षिण से बीजेपी विधायक संदीप शर्मा के अनुसार, पिछले दो-तीन दिनों से एक मानसिक रूप से विक्षिप्त जैसा दिखने वाला व्यक्ति इसी इलाके में देखा जा रहा था।
विधायक संदीप शर्मा ने मौके पर पहुंचकर पुलिस अधिकारियों से सख्त लहजे में बात की। उन्होंने कहा, “भले ही पुलिस कह रही है कि आरोपी मंदबुद्धि हो सकता है, लेकिन कोटा के शिव मंदिर में तोड़फोड़ की यह घटना सामान्य नहीं लगती। उस व्यक्ति को तुरंत गिरफ्तार कर पूछताछ की जानी चाहिए। यह पता लगाना जरूरी है कि उसने ऐसा क्यों किया या क्या किसी ने उसे ऐसा करने के लिए उकसाया है? क्या यह शहर का माहौल खराब करने की कोई साजिश तो नहीं है?”
क्या बोले अधिकारी?
एडिशनल एसपी दिलीप सैनी ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा, “कोटा के शिव मंदिर में तोड़फोड़ को लेकर हम गंभीर हैं और जल्द ही आरोपी गिरफ्त में होगा।” फिलहाल इलाके में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात है।






















