(रिपोर्टर: दिलीप बोराना)
मनासा (नीमच): शासकीय कार्यालयों और बैंकों में भ्रष्टाचार के दीमक किस कदर जड़े जमा चुके हैं, इसका ताजा उदाहरण सोमवार को नीमच जिले के मनासा में देखने को मिला। उज्जैन लोकायुक्त की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए बैंक ऑफ इंडिया (Bank of India) की मनासा शाखा में पदस्थ सब-स्टाफ को 15,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ दबोच लिया है।
क्या है पूरा मामला? प्राप्त जानकारी के अनुसार, मनासा के रामनगर कॉलोनी (वार्ड नं. 19) निवासी आंचल नागदा (पिता लोकेश नागदा) ने अपने लोन की प्रक्रिया के लिए बैंक में आवेदन किया था। आरोप है कि लोन पास करने और फाइल आगे बढ़ाने की एवज में बैंक का सब-स्टाफ रूपेश कौशल लगातार रिश्वत की मांग कर रहा था। परेशान होकर आवेदक ने इसकी शिकायत लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक उज्जैन, श्री आनंद यादव से की।

सत्यापन के बाद जाल बिछाया शिकायत की गंभीरता को देखते हुए लोकायुक्त डीएसपी श्री राजेश पाठक के निर्देशन में इंस्पेक्टर हिना डाबर ने मामले का सत्यापन किया। सत्यापन में रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि होने पर लोकायुक्त ने ट्रैप की योजना बनाई।
सोमवार (24-11-2025) को जैसे ही रूपेश कौशल ने आवेदक से रिश्वत के 15,000 रुपये अपने हाथ में लिए, मौके पर मौजूद लोकायुक्त की 12 सदस्यीय टीम ने उसे धर दबोचा। यह कार्रवाई महानिदेशक लोकायुक्त श्री योगेश देशमुख के भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस नीति के तहत की गई है।
इनकी रही मुख्य भूमिका इस सफल कार्रवाई में उप पुलिस अधीक्षक (DSP) राजेश पाठक, निरीक्षक हिना डाबर सहित टीम के सदस्य श्याम शर्मा, अनिल ऑटोलीय, हितेश लालावत, उमेश जाटवा और इसरार की महत्वपूर्ण भूमिका रही। फिलहाल बैंक परिसर में ही आगे की कागजी कार्यवाही जारी है।






















